जापान की सॉफ़्टवेयर कंपनी सॉफ़्टबैंक ने 'पेपर' नाम का एक ऐसा रोबोट बनाया है जो आपकी संवेदनाओं, जज़्बात को समझ सकता है.
'पेपर' रोबोट इंसानी भावनाओं को समझने के लिए अपने
भीतर बने इमोशनल इंजन का इस्तेमाल करता है. साथ ही, इस रोबोट में एक ऐसा
कृत्रिम ख़ुफ़िया तंत्र मौजूद है जो इंसान के हाव-भाव, इशारों और बात करने
के अंदाज़ को पढ़ लेता है.
कंपनी का कहना है कि आप इस रोबोट...
चंद्रमा का जन्म कैसे हुआ था?
चंद्रमा की उत्पत्ति के बारे में
एक नया शोध सामने आया है. इसका मानना है कि अरबों साल पहले एक बड़ा ग्रह
पृथ्वी से टकराया था. इस टक्कर के फलस्वरूप चांद का जन्म हुआ.
शोधकर्ता अपने इस सिद्धांत के पीछे अपोलो के
अंतरिक्ष यात्रियों के ज़रिये चांद से लाए गए चट्टानों के टुकड़ों का हवाला
दे रहे हैं. इन चट्टानी टुकड़ों पर 'थिया' नाम के ग्रह की निशानियां दिखती
हैं.
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डरावनी होती जा रही है वीडियो गेम्स की दुनिया
वीडियो गेम्स डरावने होते जा रहे हैं. बहुत अधिक डरावने. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ये अपनी हद पार करने वाले हैं?
क्लासिक डरावनी फ़िल्म दि ब्लेयर विच प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए वाशिंगटन पोस्ट ने बेहद डरावना और बेचैन कर देने वाला बताया.
समाचार पत्र के मुताबिक़ लोग वास्तव में सिनेमाघरों से बाहर निकल रहे थे. अक्सर बीमार होकर.
इसके तुरंत बाद बॉक्स...